जन सूचना एवं मानवाधिकार मिशन से क्यों जुडें
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- आम लोगों की मदद के लिए निस्वार्थ कार्य करना ।
- अन्याय, अव्यवस्था, शोषण, अराजकता, भ्रष्टाचार, साम्प्रदायिकता, जातिवाद के विरुद्ध आवाज़ उठाना
- अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होने एवं और आम लोगों को जागरूक करने के लिए उनको जानकारी देना।
- मनुष्य स्मिता को बढ़ाने, ,एवं राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए कार्य करना।
- अधिक से अधिक लोगों से परिचय और सम्बन्ध बनाने के लिए आम जनता को जागरूक होना ।
- सम्मानजनक स्थिति और आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए कार्य करना।
- कानून व्यवस्था को मज़बूत बनाने में शासन प्रशासन को सहयोग करने के लिए कार्य करना।
- .समाज में अधिक से अधिक दयाभाव को बढ़ाने और समाज को बेहतर बनाने के लिए आगे से आगे कदम उठाए।
हमारा उद्देश्य
- देश के नागरिकों को एकजुट एवं जागरूक करना।
- नागरिकों के समस्त संवैधानिक अधिकारों के प्रति नागरिकों को जागरूक करना।
- देश के नागरिकों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना एवं उनके मान-सम्मान की रक्षा करना।
- देश के नागरिकों को शैक्षिक, सामाजिक रूप से शक्तिशाली बनाना।
- शासन, प्रशासन एवं पुलिस के साथ सामंजस्य स्थापित कर भ्रष्टाचार एवं अपराधों को रोकने में उनका
सहयोग करना एवं पीड़ितों को न्याय दिलाना।
- समस्त जनसाधारण का सामाजिक नैतिक, चारित्रिक व बौद्धिक, आध्यात्मिक विकास करना एवं लोगों
में द्वेष प्रेम एवं वैचारिक सामन्जस्य का विकास करना।
- भ्रष्टाचार, आतंकवाद, महिला हिंसा, बाल श्रम, शोषण, अव्यवस्था आदि वर्तमान ज्वलन्त समस्याओं
के निवारण हेतु सरकारी-अर्द्ध सरकारी संस्थाओं के सहयोग से उन्हें दूर करने का प्रयास करना।
- भारतीय संविधान में प्रदत्त सामाजिक न्याय और आर्थिक उत्थान के लिए प्रयास करना।
- मानवाधिकारों की जानकारी के लिए आम जनता को जागरूक करने एवं मानवाधिकार संरक्षण के प्रचार-प्रसार
हेतु पत्र-पत्रिका का प्रकाशन करना एवं समय-समय पर सेमिनार एवं विचार गोष्ठियों का आयोजन करना।
- शासन-प्रशासन के साथ सहयोग स्थापित कर अपराध व शोषण रोकने का प्रयास करना।
- भारत सरकार द्वारा पारित मानवाधिकार संरक्षण अधिनियम-1993 का जन-जन में प्रचार-प्रसार
करना जिससे आम आदमी उसका लाभ प्राप्त कर सके।
- जन सूचना एवं मानवाधिकार मिशन की राष्ट्रीय, , प्रदेश, मण्डल, जिला, तहसील, ब्लॉक, नगर स्तर
पर टीम गठित करके संचालन करना ।
क्या कहता है जन सूचना एवं मानवाधिकार मिशन ।
जन सूचना एवं मानवाधिकार मिशन का मुख्य उद्देश्य है कि दूसरों के साथ कभी भी वह व्यवहार न करें जो आपको स्वयं के साथ किया जाना पसंद न हो।अपने अधिकारों को जानें और दूसरों को भी जागरूक करें। मानवाधिकार के संरक्षण के लिए अग्रणी भूमिका निभायें। जन सूचना एवं मानवाधिकार मिशन से जुड़कर मानव अधिकार एवं विधिक सहायता केन्द्र प्रारम्भ करें और शोषण असमानता तथा उत्पीड़न के विरुद्ध सशक्त आवाज़ बनें। याद रखें मानव अधिकार का उल्लंघन न केवल किसी व्यक्ति विशेष बल्कि पूरे परिवार] समाज एवं राष्ट्र के विकास को अवरुद्ध करता है। संयुक्त राष्ट्र संघ ने सम्पूर्ण विश्व में मानव अधिकारों के संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण पहल की। इस सम्बन्ध में घोषित चार्टर को विश्व के लगभग सभी देशों का समर्थन प्राप्त है। भारत में भी राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने इस मामले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है लेकिन आम लोगों की जागरूकता के अभाव में मानवाधिकारों की रक्षा का कोई भी प्रयास बेईमानी है। जन सूचना एवं मानवाधिकार मिशन विविध सरकारी विभागों] निकायों] विधिव्यक्ताओं] शिक्षाविदों] जागरूक नागरिकों तथा आम लोगों से सामंजस्य स्थापित कर और उनका सहयोग लेकर इस दिशा में में महत्वपूर्ण कार्य कर ने की प्रयास करता रहेगा।
मानवाधिकार हनन के प्रमुख मामले
महिला उत्पीड़न, दहेज हत्या, दूसरी शादी, श्रमिक शोषण, बाल श्रम, सम्प्रदायिक हिंसा कैदियों का उत्पीड़न, झूठे मामले, गैर कानूनी कार्य, पुलिस कार्य में विफलता, भुखमरी,एफ0आई0आर0 दर्ज नही करना, ठेकेदारी में बेइमानी, बलात्कार, बिना सूचना नौकरी से निकाल देना, फर्ज़ी मुठभेड़, मजदूरी कराकर पैसे न देना।
ऐसे या इस प्रकार के किसी भी मामले की सूचना प्राप्ति पर जन सूचना एवं मानवाधिकार मिशन आगे बढ़कर कदम उठायेगा, सम्बद्ध सरकारी अधिकारियों, विभागों व निकायों के संज्ञान में मामले को लाने के साथ ही पीड़ित अथवा पीड़िता को न्यायिक उपचार व क्षतिपूर्ति दिलाना भी हमारी प्राथमिकता में सर्वोच्च है।
सुभद्रा वर्मा
राष्ट्रीय अध्यक्ष
जन सूचना एवं मानवाधिकार मिशन